सोमेश्वर (अल्मोड़ा)-
मौसम विभाग की भविष्यवाणी सटीक साबित हुई दोपहर बाद अल्मोड़ा में मौसम ने मिजाज बदला और बारिश शुरू हुई बारिश के चलते जंगलो में धधक रही आग से बढ़ रही राहत मिली और शहर में छाये धुंध छटने लगी जिससे स्वास व दमा के मरीजो को फायदा होगा वही जंगलों में लग रही आग पर थोड़ा काबू होने की सम्भावना है। वहीं अल्मोड़ा के सोमेश्वर में कल भारी बारिश हुई हैं स्थानीय लोगो का दावा हैं कि बादल फटा है। बादल फटने के कारण कई घरों में पानी घुसने कि खबर आ रही हैं.हालांकि जंगलों में लगी आग से राहत मिली है, वहीं पहली बारिश ने कुमाऊं में तबाही मचा दी। यहां छोटे बड़े किसानों को काफी नुकसान भी पहुंचा है।
अल्मोड़ा सोमेश्वर मे बादल फटने से सोमेश्वर के चनौदा में खूब तबाही मची है। बादल फटने से लोगों के घरों में मलबा घुस गया। एक ट्रक और एक कार मलबे में दब गए, वहीं बोल्डर और मलबा आने से अल्मोड़ा-कौसानी राजमार्ग बन्द हो गया। इससे सैकड़ों लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। सोमेश्वर क्षेत्र में बुधवार सुबह से ही मौसम पल पल रंग बदलता रहा। बुधवार शाम करीब साढ़े सात बजे एकाएक बिजली कड़कने लगी। इस बीच जोरदार धमाके के साथ छतार के जंगल में बादल फट गया। इससे बाघ गधेरा ऊफान पर आ गया। गधेरे का मलबा चनोदा में रह रहे करीब एक दर्जन घरों में घुस गया। मलबे के वेग ने घरों के दरवाजे और खिड़कियां तोड़ दीं। दुकानों में रखा सामान तहस-नहस कर दिया। इससे लोगों में अफरा-तफरी मच गई। करीब आधे घंटे तक लोग ख़ौफ के साए में रहे। प्रभावित लोगों को सर छुपाने के लिए आसपास के घरों में शरण लेनी पड़ी। बताया जा रहा है कि लोगों को संपत्ति का काफी नुकसान हुआ है। प्रभावित लोगों ने प्रशासन से प्रभावितों को तत्काल राहत दिलाने की मांग की है।
बाघ गदेर से ऊफान पर आया मलबा लोगों के लिए मुसीबत बनकर आया। मलबे की चपेट में एक ट्रक और एक कार भी आ गई। साथ ही मलबा लोगों के घरों और दुकानों में घुस गया। इससे लोगों को भारी नुकसान हुआ है। कई लोगों के फर्नीचर और घरेलू समान मलबे में पट गया है। ,प्रशासन भी सुबह मौके पर पहुंचा व लोकनिर्माण विभाग द्वारा मलबा हटाने के काम किया जा रहा है।