गौरीकुंड।।पुलिस महानिरीक्षक, गढ़वाल परिक्षेत्र, उत्तराखण्ड श्री करन सिंह नगन्याल ने पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग डॉ0 विशाखा अशोक भदाणे की मौजूदगी में आज रुद्रप्रयाग, तिलवाड़ा, अगस्त्यमुनि, कुण्ड, गुप्तकाशी, फाटा, सोनप्रयाग होते हुए गौरीकुण्ड तक की यात्रा व्यवस्थाओं एवं पुलिस व्यवस्थाओं का निरीक्षण व जायजा लेकर सम्बन्धित थाना प्रभारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। यात्रा के दृष्टिगत व्यवस्थित होने वाले पर्यटन पुलिस केन्द्रों व यातायात बूथों पर अगले 02 दिवस के अन्दर पुलिस बल निर्धारित वर्दी एवं आवश्यक जानकारी के साथ उपलब्ध करने के निर्देश दिये गये। पुलिस महानिरीक्षक, गढ़वाल परिक्षेत्र महोदय द्वारा कोतवाली सोनप्रयाग के भोजनालय, कर्मचारी बैरक, अतिरिक्त व्यवस्थाओं, थाना कार्यालय का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। उपस्थित सभी कार्मिकों को मौके पर ही भली-भांति ब्रीफ कर आने वाले श्रद्धालुओं को यहां के मौसमानुसार जानकारी देने, उनकी मदद करने के निर्देश दिये। उनके द्वारा स्पष्ट तौर पर कहा कि यहां तक आया श्रद्धालु काफी थका हुआ होता है, स्वाभाविक है कि उसके व्यवहार में चिड़चिड़ापन होगा, ऐसे में उसकी परेशानियों को समझते हुए उसकी मदद करने का हरसम्भव प्रयास करना है। सोनप्रयाग व सीतापुर स्थित पार्किंगों में तरतीबवार वाहन पार्क कराने के निर्देश दिये गये। सोनप्रयाग से शटल सेवा हेतु लगने वाली व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया। तदोपरान्त गौरीकुण्ड घोड़ा पड़ाव पर घोड़ों के संचालन के सम्बन्ध में संचालकों से आवश्यक जानकारी ली गयी। सम्पूर्ण गौरीकुण्ड क्षेत्र से गौरीकुण्ड बड़े गेट तक का पैदल भ्रमण कर इस क्षेत्र में भीड़ नियंत्रण करने के निर्देश दिये गये। गौरीकुण्ड पुलिस चेक पोस्ट पर नियुक्त कार्मिकों से संवाद स्थापित कर उनके द्वारा की जा रही ड्यूटियों की जानकारी ली गयी। रिपोर्टिंग पुलिस चौकी गौरीकुण्ड पहुंचकर उपस्थित कार्मिकों को ब्रीफ कर उचित व्यवस्थायें बनाये रखने के निर्देश दिये गये। उनके द्वारा उपस्थित पुलिस उपाधीक्षक यातायात एवं निरीक्षक यातायात को यात्रा काल में वाहनों के बढ़ते दबाव के दृष्टिगत बेहतर यातायात कार्ययोजना बनाकर लागू करने के निर्देश दिये गये। पार्किंगों का समुचित सदुपयोग करने, सड़कों को अतिक्रमण मुक्त बनाये रखने, लैण्ड स्लाइड वाले स्थानों, बोटलनेक व संकरे मार्गों पर पुलिस बल की तैनाती करने व आपदा प्रबन्धन के प्रति संवेदनशील होते हुए पूरी तैयारी के साथ मुस्तैद रहने के निर्देश दिये गये।