युवा कल्याण एवं प्रान्तीय रक्षक दल विभाग द्वारा खेल महाकुम्भ के तहत चयनित 14 वर्षीय प्रतिभावान खिलाड़ियों के लिए विभिन्न खेलों में कौशल विकास हेतु लगाया गया 20 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का समापन हो गया। युवा केन्द्र में आयोजित समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि नगर पंचायत अगस्त्यमुनि की अध्यक्ष श्रीमती अरूणा बेंजवाल ने प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षण से प्राप्त ज्ञान को अपने जीवन में उतार कर सफलता हासिल करने का आह्वान किया। कहा कि आज केन्द्र एवं प्रदेश सरकार खेल एवं खिलाड़ियों के लिए न केवल बेहतर माहौल तैयार कर रही है बल्कि इसके लिए बेहतर संसाधन भी जुटा रही है। खेल महाकुम्भ से जहां ग्रामीण क्षेत्र के खिलाड़ियों को राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिल रहा है तो मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना से प्रतिभावान खिलाड़ियों को छात्रवृति दी जा रही है। प्रशिक्षण शिविरों के आयोजन से खिलाड़ियों को खेल की बारीकियां भी सिखाई जा रही है। विशिष्ट अतिथि जिला क्रीड़ाधिकारी श्रीमती निर्मला पंत ने कहा कि खेल में कोई शॉर्टकट नहीं होता है। निरन्तर अभ्यास एवं कठोर अनुशासन ही सफलता का मूल मंत्र है। आगन्तुक अतिथियों का स्वागत करते हुए जिला युवा कल्याण अधिकारी शरद सिंह भण्डारी ने बताया कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम हेतु विगत वर्ष हुए खेल महाकुम्भ में बेहतर प्रदर्शन के आधार पर प्रत्येक ब्लॉक स्तर पर 14 वर्षीय 15 खिलाड़ियों (बालक/बालिका) का चयन किया गया है। साथ ही जिला स्तर पर कुल 20 खिलाड़ियों का चयन किया गया है।
अगस्त्यमुनि ब्लॉक के 15 तथा जिलास्तर पर 20 चयनित खिलाड़ियों को 20 दिनों तक एथलेटिक्स, कबड्डी, खो-खो, वॉलीबाल, फुटबॉल, वास्केटबॉल खेलों में दक्षता हासिल करने के लिए प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण शिविर में प्रशिक्षक मनवर सिंह, दीपक सिंह तथा चन्द्रमोहन द्वारा प्रशिक्षण दिया गया।