रुद्रप्रयाग । उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में डेंगू संक्रमण के मामले संज्ञान में आने लगे है। ऐहतियातन स्वास्थ्य विभाग की टीमों को गाँवों में जांच के लिए भेजा जा रहा है। अकेले रुद्रप्रयाग जनपद में ही डेंगू रोकथाम व बचाव के तहत 15480 घरों का भ्रमण कर 56585 की आबादी का सर्वे तथा 31216 कंटेनरों की जांच की जा चुकी है।

डेंगू, मच्छरों के काटने से होने वाला एक खतरनाक वायरल बीमारी है, जो भारत के विभिन्न राज्यों में तेजी से फैल रहा है। उत्तराखंड के मैदानी इलाकों में भी बड़ी संख्या में इसके मामले आऐ है।डेंगू वायरस के 4 स्ट्रेन्स होते हैं जो एडीज एजिप्टी मच्छर द्वारा फैलता है। इसके लक्षणों में तेज बुखार, सिरदर्द, शरीर दर्द, उल्टी-दस्त और रक्तस्राव शामिल हैं।

रुद्रप्रयाग जनपद में जांच टीम गठित

रुद्रप्रयाग स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू रोग रोकथाम एवं नियंत्रण के तहत जखोली ब्लाक के अंतर्गत ग्राम दरमोला का भ्रमण कर गांव का निरीक्षण व घरों का सर्वे किया। 56 घरों के सर्वे के दौरान 490 कंटेनर की जांच की गई, जिसमें चार घरों के 12 कंटेनर में लार्वा मिलने पर उसे मौके पर नष्ट किया गया। वहीं, सर्वे में एक ग्रामीण डेंगू बुखार जैसे लक्षण मिले मिलने पर डेंगू जांच के लिए एक ग्रामीण का ब्लड सेंपल लिया गया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 एचसीएस मर्तोलिया के निर्देशन पर स्वास्थ्य टीम ने जखोली ब्लाक के ग्राम दरमोला में सोर्स रिडक्शन की कार्यवाही की। मुख्य चिकितसा अधिकारी ने बताया कि बुधवार को एपिडेमियोलॉजिस्ट के नेतृत्व में दरमोला गांव में टीम भेजी गई थी। टीम ने पाटियूं व पाटा तोक गांव के 56 घरों का सर्वे किया, सर्वे के दौरान 490 कंटेनर की जांच की गई। जिसमें से 04 घरों में 12 कंटेनरों में लार्वा पाया गया, जिससे मौके पर नष्ट कर दिया गया। मेडिकल टीम द्वारा ग्रामीणों से डेंगू रोकथाम के दृष्टिगत अतिरिक्त सर्तकता बरतने की अपील की। उन्होंने ग्रामीणों से घरों के आस-पास पानी एकत्रित न होने देने, जल भंडारण की वस्तुओं को ढक कर रखने, कूलर, फूलदान, टंकी आदि ऐसी चीजें जहां पानी एकत्र हो सकता है वहां पानी एकत्र न होने देने व इन स्थानों पर सप्ताह में एक बार सफाई करने, डेंगू के मच्छर से बचाव हेतु पूरी बांहों वाले कपड़े पहनने, मच्छरदानी, मच्छर नाशक क्रीम, स्प्रे आदि का प्रयोग करने, आदि के बारे में जागरूक किया। उन्होंने बताया कि अब तक जनपद में डेंगू रोकथाम व बचाव के तहत 15480 घरों का भ्रमण कर 56585 की आबादी का सर्वे तथा 31216 कंटेनरों की जांच की जा चुकी है।
सर्वे टीम में एपिडेमियोलॉजिस्ट डा0 शाकिब, माइक्रोबाइलोजिस्ट मोहित, आरकेएसके काउंसलर विपिन सेमवाल, डीपीसी मुकेश बगवाड़ी, एएनएम विनीता रावत, आशा कार्यकत्री सुषमा आदि मौजूद रहे।

डेंगू के लक्षण कितने दिन दिखते हैं?

डेंगू के लक्षण आम तौर पर एडीज मच्छर के काटने के 3 से 14 दिनों के बीच में दिखाई देने लगते हैं. मच्छर काटने के बाद लक्षण उभरने का औसत समय 4 से 7 दिन का होता है, लेकिन यह व्यक्ति से व्यक्ति में भिन्न हो सकता है. कुछ लोगों में तो लक्षण तीव्र गति से केवल 3 से 4 दिनों के अंदर ही दिखाई देने लगते हैं, जबकि कुछ में ये लक्षण धीरे-धीरे बढ़ते हुए 2 सप्ताह तक टिके रह सकते हैं. लक्षणों के प्रकट होने का समय व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता पर निर्भर करता है. इसलिए, मच्छर के काटने के बाद से ही अपने स्वास्थ्य को निगरानी में रखना और किसी भी असामान्य लक्षण पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना बेहद जरूरी होता है।

डेंगू होने के क्या लक्षण होते हैं

अचानक आने वाला भयंकर बुखार जिसके साथ पसीना आता है. बुखार 104°F तक चढ़ता है.
तेज सिरदर्द होता है
आँखों में दर्द और आँखें हिलाने में तकलीफ होता है
उलटी और दस्त होना
शरीर में दर्द और थकान होना
चेहरे, हाथ और पैरों पर लाल चकत्ते का निशान होना
नाक या मुंह से खून आना
गर्दन और पेट के आस-पास सूजे हुए लिम्फ नोड्स
धीमी हृदय गति और कम ब्लड प्रेशर
सांस लेने में परेशानी होती है ।

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